First Menstruation - जब पहली बार माहवारी आए तो कैसे रखें खुद का ध्यान?

एक महिला सफेद चादर वाले बिस्तर पर लेटी है, सिर तकिए पर रखे हुए। वह आराम की स्थिति में दिख रही है, शायद पहली माहवारी के असुविधा से निपट रही है।

पहली बार पीरियड्स हर लड़की के लिए एक नया अनुभव होता है। यह एक नेचुरल प्रक्रिया है, लेकिन इसके साथ कई सवाल मन में आते हैं। ज्यादातर लड़कियों को पीरियड्स 11 से 14 साल की उम्र में शुरू होते हैं। कुछ को 10 साल में भी हो सकता है, तो कुछ को 15 साल तक इंतजार करना पड़ सकता है। हर शरीर अलग होता है, इसलिए इसमें कोई निश्चित उम्र नहीं होती।

14 साल की रिया अपने पहले पीरियड्स को लेकर काफी परेशान थी। उसकी सहेलियां इस बारे में बातें करती थीं, और वह अक्सर सोच में पड़ जाती थी। उसे डर था कि क्या वह इसे सही से मैनेज कर पाएगी। क्या उसे स्कूल जाना बंद करना पड़ेगा या घर में रहना होगा। वह सोचती थी कि उसका पहला अनुभव कैसा होगा। ऐसे सवाल उसे रातों को परेशान करते थे।


रिया जैसी कई टीनएज लड़कियां पहले पीरियड्स को लेकर चिंतित रहती हैं। यह एक नया अनुभव है और जानकारी न होने से डर बढ़ जाता है। लेकिन सही तैयारी और जानकारी से इसे आसान बनाया जा सकता है। इस लेख में हम आपको इसे सहज बनाने के टिप्स देंगे। आप इसे एक खूबसूरत अनुभव बना सकती हैं। यह आपके लिए काफी मददगार साबित होगा।


पहले पीरियड्स को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हम आपको बताएंगे कि इसे कैसे हैंडल करना है। साथ ही, इस दौरान खुद को रिलैक्स रखने के आसान तरीके भी साझा करेंगे। सबसे पहले आपको पीरियड्स के संकेतों को समझना होगा। इससे आपको पहले से तैयारी करने में मदद मिलेगी। यह आपके डर को कम करने में कारगर होगा।


पीरियड्स से पहले शरीर में कुछ बदलाव दिखने लगते हैं। 12-13 साल की उम्र में ब्रेस्ट का डेवलपमेंट शुरू होना एक बड़ा संकेत है। यह इस बात का इशारा है कि आपका शरीर पीरियड्स के लिए तैयार हो रहा है। प्राइवेट पार्ट्स पर हेयर ग्रोथ भी इसका एक लक्षण है। अगर आपको हल्का व्हाइट डिस्चार्ज नजर आए, तो यह भी एक संकेत है। इन बदलावों को समझकर आप समय रहते तैयार रह सकती हैं।


वेजाइनल डिस्चार्ज पीरियड्स शुरू होने से पहले का एक आम संकेत है। यह ज्यादातर हल्का और पारदर्शी या सफेद रंग का होता है। अगर आप इसे नोटिस करती हैं, तो समझ लें कि पीरियड्स जल्द शुरू हो सकते हैं। इस दौरान आपको अपने साथ एक पैड या पैंटी लाइनर जरूर रखना चाहिए। इससे आप किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहेंगी। यह आपको कॉन्फिडेंट और सुरक्षित महसूस करवाएगा।


इन संकेतों को समझने के बाद आपको अपने शरीर का ख्याल रखना चाहिए। पीरियड्स को किसी बीमारी की तरह न देखें, यह एक नेचुरल प्रक्रिया है। इस दौरान हेल्दी खाना खाएं और मसालेदार भोजन से बचें। फल, जूस और पानी ज्यादा लें ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे। पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है। इससे आपका शरीर और माइंड रिलैक्स रहेंगे।


पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग्स और पेट दर्द होना आम बात है। इन दिनों को आसान बनाने के लिए आप अपनी पसंदीदा मूवी देख सकती हैं। या फिर कोई हल्का-फुल्का गेम खेल सकती हैं, जो आपको खुश रखे। अपने दोस्तों से बात करें और अपने अनुभव को उनके साथ शेयर करें। इससे आपका मूड हल्का होगा और आप रिलैक्स महसूस करेंगी।


पहली बार पीरियड्स होने पर पैड का इस्तेमाल करना थोड़ा मुश्किल लग सकता है। अगर आपको समझ नहीं आ रहा कि पैड कैसे यूज करना है, तो परेशान न हों। आप यूट्यूब पर पैड लगाने से जुड़े वीडियो देख सकती हैं। यह आपके लिए काफी मददगार साबित होगा। पहले से थोड़ी प्रैक्टिस कर लें ताकि आप कॉन्फिडेंट रहें।


अगर आपको पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द हो रहा है, तो हल्का गर्म पानी पिएं। आप अपने पेट पर गर्म पानी की बोतल भी रख सकती हैं। इससे दर्द में राहत मिलेगी और आप रिलैक्स महसूस करेंगी। इस दौरान टाइट कपड़े पहनने से बचें और आरामदायक कपड़े चुनें। यह छोटे-छोटे टिप्स आपके पहले अनुभव को आसान बनाएंगे।


पहले पीरियड्स के दौरान हाइजीन का खास ख्याल रखना जरूरी है। हर 4-6 घंटे में अपना पैड बदलें ताकि इंफेक्शन का खतरा न हो। अपने प्राइवेट पार्ट्स को साफ पानी से धोएं और साफ रखें। इस दौरान कॉटन के अंडरगार्मेंट्स पहनें, ये स्किन के लिए सही होते हैं। हाइजीन मेंटेन करने से आप फ्रेश और कॉन्फिडेंट फील करेंगी। अगर हाइजीन का ध्यान नहीं रखा तो स्किन इरिटेशन हो सकती है।


अपने पहले पीरियड्स को एक डायरी में नोट करें, यह एक यादगार पल बन जाएगा। इस दौरान अपने अनुभव को अपनी मां या किसी करीबी दोस्त के साथ शेयर करें। उनसे सलाह लें और अपने सवाल पूछें, इससे आपका डर कम होगा। यह अनुभव आपके लिए एक नई शुरुआत है। इसे पॉजिटिव तरीके से लें और खुशी के साथ एंजॉय करें।


अगर आपको पीरियड्स के दौरान कुछ असामान्य लगे, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें। जैसे कि बहुत ज्यादा दर्द, भारी ब्लीडिंग या अनियमित साइकिल होना। यह जरूरी नहीं कि कुछ गलत हो, लेकिन सलाह लेना हमेशा सही होता है। अपने शरीर को समझें और उसकी जरूरतों का ख्याल रखें। इससे आप हमेशा हेल्दी और खुश रहेंगी।


पहले पीरियड्स को एक नई जर्नी की शुरुआत मानें। यह आपके शरीर का एक नेचुरल हिस्सा है, इसमें शर्माने की कोई बात नहीं है। सही जानकारी और आत्मविश्वास के साथ आप इसे आसानी से हैंडल कर सकती हैं। अपने पहले अनुभव को सेलिब्रेट करें और इसे एक खूबसूरत याद बनाएं। आप इस बदलाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं।


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