हमारी त्वचा रोज़ाना धूप, धूल, तनाव और प्रदूषण का सामना करती है, जिससे धीरे-धीरे उसकी चमक और ताजगी कम हो जाती है। थकी हुई त्वचा सुस्त और बेजान लगने लगती है, जिससे आत्मविश्वास भी प्रभावित होता है। ऐसे में एक फेशियल आपकी स्किन को न केवल राहत देता है बल्कि भीतर से उसे रिन्यू करता है। यह स्किन को वह पोषण देता है जिसकी उसे ज़रूरत होती है। फेशियल एक तरह से आपकी त्वचा के लिए रिसेट बटन की तरह काम करता है। यह उसे गहराई से साफ़ कर एक नई जान डालता है।
अक्सर लोग फेशियल को सिर्फ चेहरे पर क्रीम या मास्क लगाने तक सीमित समझते हैं, जबकि यह एक संपूर्ण स्किन केयर प्रक्रिया है। इसमें क्लींजिंग, स्क्रबिंग, स्टीमिंग, मसाज और फिर मास्क लगाना शामिल होता है। हर स्टेप का उद्देश्य अलग होता है, जिससे स्किन डीपली क्लीन और रिफ्रेश हो जाती है। यह स्किन के पोर्स को खोलता है और डेड सेल्स हटाकर नई स्किन को उजागर करता है। फेशियल न सिर्फ बाहरी सुंदरता बढ़ाता है, बल्कि अंदर से त्वचा को हील करता है।
हर व्यक्ति की त्वचा अलग होती है किसी की ऑयली, किसी की ड्राय तो किसी की सेंसिटिव। यही कारण है कि फेशियल भी स्किन टाइप के अनुसार ही करवाना चाहिए। बाजार में कई प्रकार के फेशियल मिलते हैं जैसे फ्रूट फेशियल, गोल्ड फेशियल, हर्बल फेशियल आदि। एक एक्सपर्ट की सलाह लेकर सही फेशियल चुनना जरूरी होता है। गलत फेशियल से स्किन पर रिएक्शन भी हो सकता है। सही फेशियल आपकी त्वचा की जरूरतों को पूरा करता है और बेहतरीन रिज़ल्ट देता है।
फेशियल के दौरान की जाने वाली मसाज शरीर और मन दोनों को राहत देती है। इससे न केवल ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, बल्कि चेहरे की मसल्स भी रिलैक्स होती हैं। मसाज स्ट्रेस को कम करती है और चेहरे पर नैचुरल ग्लो लेकर आती है। नियमित मसाज से एजिंग के संकेतों को भी कम किया जा सकता है। चेहरे की स्किन टाइट और यंग नज़र आती है। यही कारण है कि मसाज को फेशियल का सबसे रिलैक्सिंग पार्ट माना जाता है।
फेशियल में स्टीमिंग एक बेहद अहम स्टेप होता है जो स्किन पोर्स को खोलता है। इससे स्किन में जमा गंदगी और ऑयल बाहर निकलते हैं। स्टीमिंग से स्किन साफ़ होती है और ब्लैकहेड्स व व्हाइटहेड्स को हटाना आसान हो जाता है। यह एक्सफोलिएशन की प्रक्रिया को और भी असरदार बनाता है। हालांकि सेंसिटिव स्किन वालों को हल्की स्टीम ही लेनी चाहिए। सही तरीके से की गई स्टीम स्किन की गहराई तक सफाई करती है।
हर दिन हमारी त्वचा पर डेड स्किन सेल्स जमा होते हैं जो स्किन को मटमैला बना देते हैं। फेशियल में स्क्रबिंग या पीलिंग से इन्हें हटाया जाता है, जिससे नई स्किन बाहर आती है। इससे चेहरा साफ, स्मूद और चमकदार दिखने लगता है। जब डेड स्किन हटती है, तब स्किन प्रोडक्ट्स भी बेहतर काम करते हैं। यही वजह है कि स्क्रबिंग को स्किन केयर में अनिवार्य माना जाता है। ये स्किन के नैचुरल ग्लो को बनाए रखने में मदद करता है।
फेशियल के अंतिम चरण में मॉइस्चराइजिंग बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि स्किन की नमी बनी रहनी चाहिए। इससे स्किन हाइड्रेटेड रहती है और रूखापन दूर होता है। एक अच्छी मॉइस्चराइज़र स्किन को सॉफ्ट और फ्रेश बनाए रखती है। यह स्किन बैरियर को भी मज़बूत करता है, जिससे स्किन बाहरी असर से सुरक्षित रहती है। फेशियल के बाद स्किन पूरी तरह तैयार होती है पोषण को अच्छे से सोखने के लिए। इसलिए फेशियल के साथ सही प्रोडक्ट का इस्तेमाल जरूरी है।
अगर आपको पिंपल्स, ब्लैकहेड्स या स्किन पर दाग-धब्बों की समस्या है, तो नियमित फेशियल से काफी सुधार हो सकता है। फेशियल स्किन को डीपली क्लीन करता है और बैक्टीरिया को हटाने में मदद करता है। इससे ब्रेकआउट्स कम होते हैं और स्किन क्लियर दिखती है। इसके अलावा, स्किन टोन भी धीरे-धीरे समान हो जाता है। कुछ फेशियल्स खासतौर पर एक्ने-प्रोन स्किन के लिए बनाए गए होते हैं। सही ट्रीटमेंट से स्किन की हेल्थ बेहतर होती है।
किसी खास मौके से पहले जब आपको जल्दी स्किन ग्लोइंग बनानी हो, तो फेशियल सबसे बेहतरीन उपाय है। यह स्किन को तुरंत ताजगी और ब्राइटनेस देता है। शादी, पार्टी या फोटोशूट के लिए यह एक परफेक्ट प्रीप होता है। फेशियल के बाद स्किन निखरी हुई और कैमरा-रेडी लगती है। ये उन दिनों के लिए बहुत कारगर है जब आपको अपनी सबसे बेस्ट लुक चाहिए। एक प्रोफेशनल टच स्किन को फ्रेश और हेल्दी दिखाने में मदद करता है।
बढ़ती उम्र के साथ झुर्रियां, फाइन लाइन्स और ढीलापन स्किन में नज़र आने लगता है। फेशियल इन संकेतों को धीमा करने का एक प्रभावी तरीका है। एंटी-एजिंग फेशियल्स में ऐसे इंग्रीडिएंट्स होते हैं जो स्किन को टाइट और फर्म बनाते हैं। इससे कोलेजन प्रोडक्शन भी बढ़ता है जो स्किन को जवां बनाता है। नियमित फेशियल से स्किन यंग दिखती है और उम्र का असर कम दिखता है। यह एक लॉन्ग-टर्म ब्यूटी इन्वेस्टमेंट की तरह है।
फेशियल सिर्फ स्किन के लिए नहीं, बल्कि माइंड को भी रिलैक्स करता है। ट्रीटमेंट के दौरान आप पूरी तरह से शांत महसूस करते हैं और तनाव धीरे-धीरे दूर होता है। आज की व्यस्त जिंदगी में यह समय खुद के लिए देना बहुत जरूरी है। जब हम खुद को बेहतर महसूस कराते हैं, तो उसका असर हमारे मूड और सोच पर भी पड़ता है। फेशियल एक तरह का माइंडफुल एक्सपीरियंस बन जाता है। यह अंदर और बाहर, दोनों को ताजगी देता है।
घर पर किया गया फेशियल समय और बजट के हिसाब से अच्छा हो सकता है, लेकिन उसमें प्रोफेशनल टच की कमी होती है। पार्लर या क्लिनिक में एक्सपर्ट स्किन टाइप के अनुसार प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। प्रोफेशनल टूल्स और तकनीक स्किन को बेहतर रिज़ल्ट देती है। अगर आप डेडिकेटेड स्किन केयर चाहती हैं तो महीने में एक बार प्रोफेशनल फेशियल ज़रूर लें। इससे आपकी स्किन का टेक्सचर और क्वालिटी दोनों सुधरती हैं।
जैसे हम रोज़ाना बाल धोते हैं या दांत ब्रश करते हैं, वैसे ही स्किन के लिए फेशियल भी रूटीन में शामिल होना चाहिए। महीने में एक बार फेशियल करवाने से स्किन की हेल्थ बनी रहती है। इससे समय से पहले एजिंग के लक्षण भी कम होते हैं। यह एक छोटा सा इंवेस्टमेंट है जो लंबे समय तक आपको फ्रेश और यंग लुक देता है। लगातार फेशियल से स्किन प्रॉब्लम्स कम होती हैं और चेहरा हमेशा निखरा रहता है।
फेशियल केवल सुंदरता के लिए नहीं, बल्कि खुद से प्यार जताने का एक तरीका है। यह वक्त है जब आप अपनी केयर खुद करते हैं और अपनी खुशहाली को प्राथमिकता देते हैं। एक अच्छा फेशियल न केवल स्किन को, बल्कि आत्मा को भी तरोताज़ा कर देता है। यह आपको अंदर से रिचार्ज करता है और चेहरे पर आत्मविश्वास की चमक लाता है। इसलिए अगली बार जब आप थकावट महसूस करें, तो एक फेशियल ज़रूर लें आप इसके हकदार हैं।
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