क्या आपको लगता है कि अब पहले जितना साफ नहीं सुनाई देता? शायद बातचीत के दौरान आपको बार-बार पूछना पड़ रहा हो, “क्या कहा?” यह छोटी-सी बात जिंदगी में बड़ी परेशानी बन सकती है। कम सुनाई देना सिर्फ उम्र का असर नहीं, बल्कि हमारी लाइफस्टाइल, जैसे तेज म्यूजिक सुनना, भी इसकी वजह हो सकता है। यह आपकी बातचीत और रिश्तों को प्रभावित कर सकता है। मेरे एक दोस्त को भी इसकी वजह से काफी दिक्कत हुई थी। आइए, इस परेशानी को समझें और इसका समाधान ढूंढें।
मेरी एक दोस्त की माँ को पिछले साल अचानक कम सुनाई देने की दिक्कत शुरू हुई। पहले उन्हें लगा कि शायद उम्र की वजह से है, क्योंकि वह 60 के आसपास हैं। लेकिन जब बातचीत में बार-बार दिक्कत होने लगी, तो वह परेशान हो गईं। डॉक्टर के पास जाने पर पता चला कि उनके कान में मैल जमा हो गया था, जो सुनने में रुकावट डाल रहा था। इसे साफ करने के बाद वह फिर से साफ सुनने लगीं। कई बार छोटी-सी बातें इतनी बड़ी परेशानी बन जाती हैं, लेकिन सही समय पर कदम उठाने से सब ठीक हो सकता है।
कम सुनाई देना सिर्फ उम्र की वजह से नहीं होता, बल्कि इसके कई कारण हो सकते हैं। अगर आप ज्यादा देर तक तेज म्यूजिक सुनते हैं या शोर वाली जगह पर काम करते हैं, तो आपके कान की कोशिकाएं डैमेज हो सकती हैं। मेरे एक कजिन को हेडफोन से तेज आवाज में गाने सुनने की आदत थी, और उसे 25 की उम्र में ही सुनने में दिक्कत होने लगी। इसके अलावा, कान का इन्फेक्शन, सर्दी-जुकाम, या कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट भी सुनने की क्षमता को कम कर सकता है। आपको अपनी आदतों पर गौर करना होगा।
कई बार हमें लगता है कि यह परेशानी अपने आप ठीक हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं होता। अगर आपके कान में दर्द, भारीपन, या कम सुनाई देने की दिक्कत हो रही है, तो इसे हल्के में न लें। एक बार मेरा एक पड़ोसी कान में दर्द होने के बावजूद डॉक्टर के पास नहीं गया, और बाद में उसे इन्फेक्शन की वजह से हियरिंग लॉस हो गया। अगर समय रहते इलाज कर लिया जाए, तो ज्यादातर समस्याएं ठीक हो सकती हैं। आपको बस सही कदम उठाने की जरूरत है, जैसे कि ENT डॉक्टर से मिलना।
अब सवाल यह है कि इस परेशानी का समाधान क्या है? सबसे पहले अपने कान की जांच कराएं। अगर यह मैल की वजह से है, तो डॉक्टर इसे आसानी से साफ कर सकते हैं। मेरी मौसी को भी यही दिक्कत थी, और एक बार मैल साफ करने के बाद उन्हें बहुत राहत मिली। अगर समस्या गंभीर है, जैसे कि नर्व डैमेज, तो हियरिंग एड एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आजकल हियरिंग एड बहुत छोटे और स्टाइलिश होते हैं, और इन्हें लगाने से आपकी जिंदगी आसान हो सकती है।
क्या आपने कभी सोचा कि कुछ घरेलू नुस्खे भी मदद कर सकते हैं? अगर कान में मैल जमा है, तो हल्का गुनगुना सरसों का तेल या ऑलिव ऑयल डालने से मैल नरम हो सकता है और बाहर निकल सकता है। लेकिन ध्यान दें, अगर इन्फेक्शन है, तो तेल डालने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। मेरी नानी हमेशा कहती थीं कि कान को साफ रखना बहुत जरूरी है, लेकिन कॉटन बड्स से ज्यादा अंदर नहीं जाना चाहिए। गलत तरीके से सफाई करने से कान को नुकसान हो सकता है।
कम सुनाई देने की वजह से जिंदगी में कई परेशानियां आ सकती हैं। मेरे एक अंकल को इसकी वजह से ऑफिस में मीटिंग्स में दिक्कत होने लगी, और वह चिड़चिड़े रहने लगे। बातचीत में दिक्कत होने से लोग अकेलेपन का शिकार हो सकते हैं। अगर आपको भी ऐसा लग रहा है, तो हिम्मत न हारें। डॉक्टर से मिलें, और अगर हियरिंग एड की जरूरत है, तो उसे अपनाएं। यह छोटा-सा कदम आपकी जिंदगी में बड़ा बदलाव ला सकता है।
बच्चों में भी यह समस्या हो सकती है, और यह ज्यादा चिंता की बात है। मेरा एक दोस्त का बेटा स्कूल में ठीक से जवाब नहीं देता था, और टीचर ने शिकायत की कि वह ध्यान नहीं देता। बाद में पता चला कि उसे कान का इन्फेक्शन था, जिसकी वजह से वह साफ नहीं सुन पा रहा था। अगर आपके बच्चे को भी ऐसी दिक्कत दिखे, जैसे कि वह बार-बार कान खुजलाता हो या ठीक से जवाब न दे, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। बच्चों में जल्दी इलाज बहुत जरूरी है।
हमारी रोजमर्रा की आदतें भी इस परेशानी को बढ़ा सकती हैं। तेज वॉल्यूम पर हेडफोन इस्तेमाल करना, शोर वाली जगहों पर ज्यादा देर रहना, या कान को सही से साफ न करना ये सब आपके कानों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। मैंने खुद अपनी आदत बदली और अब हेडफोन का वॉल्यूम हमेशा कम रखता हूँ। इसके अलावा, अगर सर्दी-जुकाम हो, तो उसे हल्के में न लें, क्योंकि यह कान के इन्फेक्शन का कारण बन सकता है। छोटे बदलाव बड़ा असर दिखा सकते हैं।
क्या आप जानते हैं कि तनाव और डाइट का भी सुनने की क्षमता पर असर पड़ता है? ज्यादा तनाव लेने से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, जो कानों की सेहत पर असर डाल सकता है। मेरी एक सहेली ने योग शुरू किया और उसे अपनी सुनने की दिक्कत में फर्क दिखा। इसके अलावा, विटामिन B12 और मैग्नीशियम से भरपूर डाइट, जैसे हरी सब्जियां और नट्स, आपके कानों के लिए फायदेमंद हो सकती है। अपनी सेहत का ध्यान रखना आपके कानों के लिए भी जरूरी है।
इस परेशानी से बचने के लिए कुछ आसान कदम उठा सकते हैं। तेज आवाजों से बचें, और अगर शोर वाली जगह पर हैं, तो ईयरप्लग्स का इस्तेमाल करें। मैंने एक बार अपने दोस्त को सलाह दी कि वह फैक्ट्री में काम करते वक्त ईयरप्लग्स लगाए, और उसने बाद में मुझे थैंक्स कहा। इसके अलावा, कान को साफ रखें, लेकिन सही तरीके से। समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराएं, खासकर अगर आपको डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर है, क्योंकि ये भी सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।
अंत में, यह समझ लें कि कम सुनाई देना कोई लाइलाज समस्या नहीं है। मेरे एक रिश्तेदार ने हियरिंग एड लगाया और अब वह फिर से परिवार की बातचीत में शामिल हो पाते हैं। सही इलाज, सही बचाव, और थोड़ा सा ध्यान आपके कानों की सेहत को वापस ला सकता है। अगर आपको या आपके किसी अपने को यह दिक्कत है, तो आज ही डॉक्टर से मिलें। अपने कानों को नजरअंदाज न करें, क्योंकि यह आपकी जिंदगी का अहम हिस्सा हैं।
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